Saturday, October 10, 2009

साक्ष

साक्ष पटावी कोणाची ...
ज्याला मैत्री कळत नाही...
विश्वास असतो सापेक्ष ..
निरर्थक असते साक्ष....

----------------------------शुभांगी...१०/१०/०९

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